दूरियां शायरी latest hindi shayari



दूरियों से दर्द नहीं होता जनाब

दर्द तब होता है

जब कोई पास होके भी खामोश 

होता हैं


दूरियां बहुत है मगर इतना

 समझ लो

पास रह कर ही कोई खास 

नहीं होता

तुम इस कदर पास हो 

मेरे दिल के

मुझे दूरियों का एहसास 

नहीं होता 


माना कि दुनिया कुछ बढ़ सी गई

 है लेकिन

तेरे हिस्से का वक्त आज भी तनहा 

ही गुजरता है


जिंदगी में कभी बिछड़ना पड़े तो

मेरी सांसे भी के जाना

तुम्हारे बाद ये मेरे किसी काम 

की नहीं


हर आशिक अपने महबूब के साथ होता

परिंदा बनाना अगर इंसान के हाथ होता


तेरे घर जाने आज भी वही है

दूरियां बढ़ गई है बस


बहुत दूरियां है हम दोनों के बीच

फिर भी तुझ से ज्यादा 

करीब कोई नहीं है


कुछ खाश नहीं है तेरे मेरे बीच

मगर फिर भी एक अपनापन 

का एहसास है

जितनी राहों की दूरियां है उस से ज्यादा

इस दोस्ती पर विश्वास है


जब करीब आओ तो शायद 

हमे समझ पाओ ये दूरियां तो

सिर्फ गलतफहमियां भरती है


कुछ दूरियां ख़तम नहीं होती 

कुछ नजदीकियां करीब नहीं आती

प्रदेश में रहने वाली को मा से

अकेलेपन छुपाने की तरकीब नहीं आती


दूरियां भी जरूरी है कुछ रिश्तों में

वरना गुजरती है ज़िन्दगी किश्तों में


दूरियां बढ़ी तो दिल से भी दूर 

जाने लगे

अब तो वो हाल ये दिल बताने में 

भी कतराते लगे


बहुत खाश है वो शकश मेरे लिए फिर

भी वो मेरा दिल दुखता है

सब के लिए वक्त है उसके पास 

बस मुझसे ही दूरियां बनता है


वो करीब बहुत है 

मगर दूरियों के साथ 

हम दोनों जी तो रहे है

मगर मजबूरियां के साथ


शब्द और सोच दूरियां बढ़ा देते हैं

क्युकी कभी हम समझ नहीं पाते

और कभी समझा नहीं पाते


कोई दूर है तो कोई पास है

यह वक्त वक्त की बात है

हम तुम दूर है तो क्या हुआ

आपकी चाहत की यादें तो हमेशा 

अपने साथ हो


ना दूर मुझसे जाया करो दिल

 तड़प जाता है

हमेशा तेरे ख़यालो में दिन 

गुज़र जाता है

दिल ने एक सवाल पूछा था

 तुमसे

क्या दूर रह कर तुम्हे भी मेरा

 ख्याल आता है


दूरियां से फ़र्क नहीं पड़ता 

बात तो दिल की 

नजदीकियां की होती है 

दिल के रिश्ते तो किस्मत से 

बनते है

वरना मुलाकात तो जाने कितनो 

से होती है


शायद मै नहीं था तेरे काबिल

जो आया है तेरे पास शायद वो है 

तेरे काबिल

जो तेरी मोहब्ब्त थी शायद वो मेरे

 लिए नहीं थी

लेकिन जो है अब तेरी मोहब्ब्त उसे

गुरूर से कबूल कर


सोचा नहीं था वह शख्स इतना जल्दी

छोड़कर चला जाएगा

जो मेरे उदास होने पर मुझसे 

कहता था में हूं ना


ना दूर हमसे जाया करो दिल 

तड़प जाता है

आपके ख़यालो में ही

 हमारा दिन

गुज़र जाता है पूछता है 

यह दिल

एक सवाल आपसे क्या दूर 

रहकर भी

आपको हमारा खयाल आता है


दूरियां अच्छी लगने लगी है अब मुझे

जबरदस्ती के प्यार से अब मन थक चुका है


हम तड़प गए आपके दीदार को

दिल फिर भी आपके लिए

 दुआ करता है

हमसे अच्छा तो आपके घर 

का आइना है

जो हर रोज़ आपका दीदार 

तो करता है

 

इस कदर दिल को दुखाना

 अच्छा नहीं होता

हर किसी से यू दिल को लगाना 

अच्छा नहीं होता

कुछ रिश्ते होते है ऐसे जिनमे

 बेहतर है दूरियां

इतना भी किसी के करीब जाना 

अच्छा नहीं होता


दूरियों की ना परवाह कीजिए

दिल जब भी पुकारे बुला लीजिए

कही दूर नहीं है हम आपसे

बस अपनी पलको को आंखो से

 मिला लीजिए


ये कैसा अजब सा प्यार है

जिस में ना मिलने की आस ना कोई तकरार है

दूरियां  इतनी की सही न जाएं

फिर भी निभाने की चाह बरकरर है 


हम तुमसे दूर  कैसे रह पाते

दिल से तुमको कैसे भुला पाते

काश तुम आंइने में बसे होते

खुद को देखते तो तुम नजर आते


मोहब्बत ऐसी थी के  बताई न गई

चोट दिल पर थी इस लिए दिखाई नहीं गई

चाहते नहीं थे उनसे दूर रहना

 दूरी इतनी थी उससे के मिटाई नहीं गई


जुदाई और दूरियों को कभी मत भूलना

हर किसी से जुड़ा होने का गम नहीं  होता

जिसने दूरियां दी  हो उससे मोहब्बत कम नहीं होता


मै तुझे दूरियां क्या दू वो हर पल तुझे

 मेरी याद दिलाए गा

तू मेरी सासे ही लेे लेे वो हर पल तेरी दिल में 

आता जाता रहेगा


फेसबुक ने दूरियां बढ़ा दी है उनसे

पहले हमारे ही चहरे को पढ़ते थे वो

अब फेसबुक के किताब में अलग 

अलग चेहरे  दुड़ते है वो


बस ये  आखरी मंज़िल है मेरे जिंदगी की

अब ना दूर होगे  कसम  है तेरे प्यार की


दूरियां ही नजदीक  लती है 

दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैं

दूर हो कर भी कोई करीब है कितनी

दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती है


समझा दो उन यादों को बिन बुलाए

बिन बुलाए याद आया करती है

आप तो दूर रह कर सताए हो

 वह पास आ कर सताती है


कभी याद कभी बाते

 कभी  पिछले मुलाकाते

बहुत कुछ याद  आते है  

तेरे याद आने से

कितनी आसानी से   छोड़ दिया  

बात करना जिससे सदियों से 

तेरे ऊपर बोझ थे हम

कमाल के चीज है ये मोहब्बत भी 

अधूरी हो सकती है  

पर ख़तम नहीं हो सकती हैं

हर पल साथ रहना नहीं

बाल की हर पल एक दूसरे की महसूस

 करना   ये ही  तो है मोहब्ब्त


वक्त नूर को बेनूर कर देता है

छोटे से जख्म को नासूर कर देता ह

को चाहता है अपनों से दूर होना 

लेकिन वक्त सबको मजबुर कर देता हैं


 ना दूर हमसे जाया  करो दिल तरप जाता है 

आपके ख़यालो में ही हमारा दिन गुज़र जाता है

पूछता है ये दिल एक सवाल आपसे

क्या दूर  रहकर  भी आपको हमारा 

खयाल आता है


सुना है कि तुम रातों को

देर तक जागते हो

यादों के मारे हो या मोहब्ब्त

 में हारे हो


लोगों ने रोज ही नया कुछ

मांगा है खुदा से

एक हम ही है जो तेरे खयाल

 से आगे ना गए


तेरी मोहब्बत को तो पलको

 पर सजाएंगे

मर कर भी हर रस्म हम 

निभाएंगे

देने को तो कुछ भी नहीं है

 मेरे पास

मगर तेरी खुशी मांगने हम खुदा

 तक भी जाएंगे


कसूर उनका नहीं हमारा ही था

हमारी चाहत ही इतनी थी

की उनको गुरूर आ गया



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